KRISHI
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http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/74726
Title: | पर्लस्पॉट बीज उत्पादन में आईसीएआर- सीआईबीए की तकनीकी प्रगति (Advances made at ICAR-CIBA in seed production technology of pearlspot) |
Other Titles: | Not Available |
Authors: | कृष्णा सुकुमारन कुमारगुरु वासागम बबीता मण्डल गौरंगा बिस्वास तनवीर हुसैन, अरित्रा बेरा एम् कैलासम के. के विजयन |
ICAR Data Use Licennce: | http://krishi.icar.gov.in/PDF/ICAR_Data_Use_Licence.pdf |
Author's Affiliated institute: | ICAR::Central Institute of Brackishwater Aquaculture |
Published/ Complete Date: | 2020-01-01 |
Project Code: | Not Available |
Keywords: | पर्लस्पॉट उत्पादन तकनीकी प्रगति |
Publisher: | Not Available |
Citation: | Not Available |
Series/Report no.: | Not Available; |
Abstract/Description: | पर्लस्पॉट, ऑर्नेज क्रोमाइड । आहार की अनुपलब्धता और इस मछली की धीमी प्रारंभिक (स्यूडोसट्रोप्लस मैक्यूलैटस) और केनरा पर्लस्पॉट (एट्रोप्लस वृद्धि दर से संबंधित हैं। कैनेरेसिस) हमारे तीन हैं स्वदेशी सिक्लिड़ है। पर्लस्पॉट आईसीएआर – सि आईबीए का अनुसंधान मुख्यतः आर्थिक विशेष रूप से केरल राज्य में अत्यधिक लोकप्रिय है। रूप से महत्वपूर्ण खारे पानी खाद्य-मछली और मलयालम में इसे करीमीन के नाम से जाना जाता है। इसके सजावटी-मछली प्रजातियों की हैचरी औझते हुए केरल सरकार ने वर्ष प्रौद्योगिकी के विकास पर केंद्रित है। इन प्रजातियों में सबसे 2010 में पर्लस्पॉट को केरल की 'राज्य मछली-State Fish' महत्वपूर्ण एशियाई-सीबास, मिल्कफिश, ग्रे मुलेट, रेड स्नैपर, घोषित कर इसे मान्यता प्रदान करी। हाल के वर्षों में स्पॉटेड स्कैट, मून फिश और पेर्लस्पॉट हैं । किसानों के लिए पर्लस्पॉट सजावटी मछली के रूप में भी लोकप्रियता प्राप्त कर विभिन्न आर्थिक रूप से व्यवहार्य खारेपानी जलकृषि रहा है। बाजार में पर्लस्पॉट की उच्च उपभोक्ता मांग है और प्रौद्योगिकियों में, पर्लस्पॉट बीज उत्पादन और जलकृषि इसका मूल्य 400-500 रुपये किलो तक है । आमतौर पर प्रौद्योगिकी प्रमुख है। किसानों के लाभ के लिए पर्लस्पॉट अन्य खारे पानी की मत्स्य – प्रजातियों के साथ पॉलीकल्चर उत्पादन पर सिबा ने विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं में तकनीकी में पर्लस्पॉट को पाला जाता है। पर्लस्पॉट का मोनोकल्चर प्रगति की है- बीज उत्पादन, कार्यात्मक फ़ीड, स्वास्थ्य और ज्यादातर एस्तट्युरी एवं बैकवॉटरस में छोटे आकार के पिंजरे आनुवंशिकी आदि। पर्लस्पॉट बीज उत्पादन के संबंध में में किया जाता है। |
Description: | Not Available |
ISSN: | Not Available |
Type(s) of content: | Article |
Sponsors: | Not Available |
Language: | Hindi |
Name of Journal: | Jal Tarang(जल तरंग) |
Volume No.: | Not Available |
Page Number: | 69-72 |
Name of the Division/Regional Station: | Not Available |
Source, DOI or any other URL: | Not Available |
URI: | http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/74726 |
Appears in Collections: | FS-CIBA-Publication |
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