KRISHI
ICAR RESEARCH DATA REPOSITORY FOR KNOWLEDGE MANAGEMENT
(An Institutional Publication and Data Inventory Repository)
"Not Available": Please do not remove the default option "Not Available" for the fields where metadata information is not available
"1001-01-01": Date not available or not applicable for filling metadata infromation
"1001-01-01": Date not available or not applicable for filling metadata infromation
Please use this identifier to cite or link to this item:
http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/75982
Title: | पूर्वी भारत में खरीफ मक्का के मुख्य खरपतवार व उनकी रोकथाम |
Other Titles: | Not Available |
Authors: | श्यामबीर सिंह, रियाज अहमद, अविनाश कुमार, दीपक पाल एवं सचिन कुमार |
ICAR Data Use Licennce: | http://krishi.icar.gov.in/PDF/ICAR_Data_Use_Licence.pdf |
Author's Affiliated institute: | ICAR-Indian Institute of Maize Research, Ludhiana |
Published/ Complete Date: | 2022-02-09 |
Project Code: | Not Available |
Keywords: | खरपतवार, मक्का, मोथा, गाजर घास, खरपतवारनासी |
Publisher: | ICAR-IIMR, Ludhaiana |
Citation: | श्यामबीर सिंह, रियाज अहमद, अविनाश कुमार, दीपक पाल एवं सचिन कुमार पूर्वी भारत में खरीफ मक्का के मुख्य खरपतवार व उनकी रोकथाम. कृषि चेतना (2022) अंक -5 पृष्ठ संख्या 56-60vailable |
Series/Report no.: | Not Available; |
Abstract/Description: | खरपतवार एक प्रकार का अवांछनीय पौधा होता है ,जो मुख्य फसल की उत्पादन और उत्पादकता पर गहरी हानि पहुँचाता है तथा उस पर कीट और रोगो का आवाहन करता है और साथ ही साथ मिट्टी के पोषक तत्व को भी बर्बाद करता है , ऐसे पौधों को खरपतवार कहते है | पूर्वी भारत में खरीफ ऋतू में अधिक तापमान रहने व अधिक वर्षा होने के कारण खरपतवार भी अधिक पनपते है जोकि मक्का की फसल को बहुत नुकसान पहुंचते हैं । नियंत्रण न करने की अवस्था में ये मक्का की फसल को बर्बाद बभी कर सकते है । खरपतवार वैसे तो सभी ऋतू में पाए जाते है किन्तु वर्षा ऋतू में अनुकूल वातावरण के कारण यह अत्याधिक मात्रा में पनपते है खरपतवार फसलों से पोषक तत्वों जल, प्रकाश , और हवा आदि के लिए संघर्ष करते है और कभी कभी अपने द्वारा पैदा किये गए जहरीले पदार्थो से फसल उत्पादन और गुणों में कमी करते है । फसल की प्रारंभिक अवस्था में खरपतवार का संघर्ष काफी अधिक और हानिकारक होता है । मक्का में खरपतवार शुरुआत के समय 35 से 45 दिनों तक महत्पूर्ण तत्व के लिए संघर्ष करते है व नस्ट नहीं किये जाने पर ये 50 से 60 % तक क्षति पंहुचा सकते है । |
Description: | Not Available |
ISSN: | Not Available |
Type(s) of content: | Article |
Sponsors: | ICAR |
Language: | Hindi |
Name of Journal: | Krishi Chetna |
Journal Type: | Annual |
Volume No.: | 5 |
Page Number: | 56-60 |
Name of the Division/Regional Station: | Regional Maize Research and Seed Production Centre (ICAR-IIMR), Ludhiana |
Source, DOI or any other URL: | https://iimr.icar.gov.in/ |
URI: | http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/75982 |
Appears in Collections: | CS-IIMR-Publication |
Files in This Item:
File | Description | Size | Format | |
---|---|---|---|---|
Article-2-कृषि चेतना (Krishi Chetna) अंक-5 2022 (1).pdf | 1.86 MB | Adobe PDF | View/Open |
Items in KRISHI are protected by copyright, with all rights reserved, unless otherwise indicated.