प्रजनन सांड़ों में लंगड़ेपन (लेमनैस) का वीर्य की गुणवत्ता पर प्रभाव
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Title |
प्रजनन सांड़ों में लंगड़ेपन (लेमनैस) का वीर्य की गुणवत्ता पर प्रभाव
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Creator |
नेमी चन्द, अजयवीर सिंह सिरोही, श्रीकांत त्यागी एवं अंकुर शर्मा
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Subject |
वीर्य, गुणवत्ता, फ्रीजवाल सांड़, लंगडापन
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Description |
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प्रस्तुत अध्ययन शंकर नस्ल के फ्रीजवाल सांड़ों में भा. कृ. अनु. प.- केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान में स्थित एक संगठित सांड़ पालन इकाई में किया गयाl प्राकृतिक रूप से लंगड़ेपन से ग्रसित १६ सांड़ों का अध्ययन के लिए चयन किया गयाl सांड़ों में लंगड़ेपन का निदान रोग के लक्षण एवं पशु के पैरों व खुरों की जाँच के आधार पर किया गयाl लंगड़ेपन से ग्रसित सांड़ों का इलाज प्रति जैविक दवाएँ जैसे स्ट्रेपटो- पेन्सिल्लिंन @ १० मि. ग्रा. प्रति कि. ग्रा. शरीर भार अंत: पेशीय विधि से दिन में दो बार, दर्द निवारक दवा, मेलोक्सिकेम@ ०.५ मि. ग्रा. प्रति कि. ग्रा. शरीर भार अंत: पेशीय विधि से दिन में एक बार से तीन दिन तक किया गयाl लंगड़ेपन से ग्रसित सांड़ों से वीर्य के नमूने हफ्ते में दो बार क्रत्रिम योनि विधि द्वारा एकत्रित किए गयेl वीर्य के नमूनों की जाँच आयतन, शुक्राणु सांद्रता, प्रारंभिक गति शीलता, पोस्ट-था गति शीलता के लिए उपयुक्त विधियों द्वारा की गयीl लंगड़ापन उत्पन्न होने के एक महीने बाद तक सांड़ों में वीर्य का आयतन सांखिकीय तौर से स्वस्थ सांड़ों की तुलना में कम पाया गया (p ICAR |
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Date |
2017-08-02T08:47:04Z
2017-08-02T08:47:04Z 2016-12 |
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Type |
Research Paper
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Identifier |
नेमी चन्द, अजयवीर सिंह सिरोही, श्रीकांत त्यागी एवं अंकुर शर्मा(2016)प्रजनन सांड़ों में लंगड़ेपन (लेमनैस) का वीर्य की गुणवत्ता पर प्रभाव भारतीय कृषि अनुसन्धान पत्रिका 31(4):281-84
Not Available http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/5039 |
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Language |
Hindi
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Relation |
Not Available;
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Publisher |
Agricultural Research Communication Centre
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