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झींगा बीज की गुणवत्ता का आकलन : मूल विषयों की ओर लौटें (Shrimp seed quality assessment: of the core themes and of Lauteran)

KRISHI: Publication and Data Inventory Repository

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Title झींगा बीज की गुणवत्ता का आकलन : मूल विषयों की ओर लौटें (Shrimp seed quality assessment: of the core themes and of Lauteran)
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Creator IF. Biju
Jose Antony
N.S.Sudheer
R. Aravind
M. Soman
 
Subject झींगा बीज (Shrimp seed)
झींगा बीज (Quality)
मूल्यांकन (Assessment)
 
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"झींगा पालन एक गतिशील और लाभोन्मुखी उद्योग है, जिसने पिछले दो दशकों से देश में तेजी से विकास देखा है। झींगा पालन भारतीय जलजीव पालन क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभाता है, जिसने देश को विदेशी मुद्रा का एक बड़ा हिस्सा अर्जित करने में काफी मदद की। भारत में अपने प्रारंभिक चरण में झींगा पालन को एक पारंपरिक प्रणाली के रूप में शुरू किया गया और आगे चलकर वैज्ञानिक झींगा खतो में विकसित हुआ। हालांकि इसने भारतीय जलजीव पालन में बहुत योगदान दिया है, लेकिन इस क्षेत्र में वायरल रोग फैलने के रूप में बड़ी असफलताएं देखने को मिली हैं। व्हाइट स्पॉट, एमबीवी, आईएचएचालयों
और ईएचपी जैसी बीमारियां अभी भी उद्योग में प्रमुख समस्याएं हैं, जो फसल के अधिकांश नुकसान का कारण बनती हैं। रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण पोस्ट लार्वा का स्रोत सर्वोपरि महत्व का है क्योंकि यह सम्मान झींगा उत्पादन के लिए निर्णायक कारक है। गुणवत्तापूर्ण बीज स्वस्थ और वायरल रोगजनकों से मुक्त होना चाहिए। किसानों को बेहतर पालन प्रदर्शन के लिए बीज का चयन करने से पहले झींगा बीज की गुमलता का आकलन करना चाहिए और मूल्यांकन के लिए विभिन्न तरीके अपनाए जा सकते हैं। इस लेख में हमा के बीज की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए विभिन्न तरीकों की चर्चा की गई है, जिनका किसाना द्वारा आसानी से पालन किया जा सकता है।"
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Date 2022-09-23T05:19:53Z
2022-09-23T05:19:53Z
2021-09-07
 
Type Article
 
Identifier Not Available
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http://krishi.icar.gov.in/jspui/handle/123456789/74423
 
Language Hindi
 
Relation Not Available;
 
Publisher Not Available