हिंदस्तानी और कर्नाटक संगीत प्रणालियाँ–कुछ फिल्मी गीतों से गुज़रते हुए मेरे अनुभव के साथ
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View Archive InfoField | Value | |
Relation |
http://eprints.cmfri.org.in/15062/
http://eprints.cmfri.org.in/14752/ |
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Title |
हिंदस्तानी और कर्नाटक संगीत प्रणालियाँ–कुछ फिल्मी गीतों से गुज़रते हुए मेरे अनुभव के साथ |
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Creator |
Jayasankar, P
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Description |
‘’जीवन में हमारे साथ होन े वाली सबसे अच्छी चीजें आश्चर्य और सुंदरता का संयोजन है।‘’ लुडवि ग वॉन बीथोवन (1770-1827) (जर्मन संगीतकार) दिश ि दिश ि जनन म् यदृछया हृदयरंजकम् गानम् च वदनम् नृत्यम् तद देशित्यभि ध्यते (संगीत, जि से अलग-अलग समय और स्थान ों के विश ेषज्ञों द्वारा आम जनता की सामान्य आवश्यकताओ ं को पूरा करने के लिए धुनों के साथ तैयार कि या गया था, जि ससे उन्हें मानसि क शांति और संतोष मि ल सके, इसे देशी संगीत कहा जाता है) (मातंगमुनि, 7वीं सदी; अपनी बृहद्देश ी रचना में)। |
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Publisher |
ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute
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Date |
2020
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Type |
Book Section
PeerReviewed |
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Format |
text
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Language |
en
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Identifier |
http://eprints.cmfri.org.in/15062/1/P%20Jayasankar_Matsyagandha_2020_6-2.pdf
Jayasankar, P (2020) हिंदस्तानी और कर्नाटक संगीत प्रणालियाँ–कुछ फिल्मी गीतों से गुज़रते हुए मेरे अनुभव के साथ. In: मत्स्यगंधा : भा कृ अनु प - केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान की अर्थ वार्षिक राजभाषा गृह पत्रिका. ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute, ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute, Kochi, pp. 22-23. |
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